~गजल~
ये कौन कारवाँ छोड़ कर गया है
दिल हमारा तोड़ कर गया है।।
यहाँ लौट कर आएगा वो फिर
जो हमसे मुँह मोड़ कर गया है।।
छोड़ कर चला भी गया तो क्या
कुछ तो नाता जोड़ कर गया है।।
रिश्ते निभाते गाँठें जो पड़ गईं
उनसे वो हमें बेजोड़ कर गया है।।
गालों पे ढलका अश्कों का समंदर।
'संजय' सितारों से होड़ कर गया है।।
-संजय त्रिपाठी
ये कौन कारवाँ छोड़ कर गया है
दिल हमारा तोड़ कर गया है।।
यहाँ लौट कर आएगा वो फिर
जो हमसे मुँह मोड़ कर गया है।।
छोड़ कर चला भी गया तो क्या
कुछ तो नाता जोड़ कर गया है।।
रिश्ते निभाते गाँठें जो पड़ गईं
उनसे वो हमें बेजोड़ कर गया है।।
गालों पे ढलका अश्कों का समंदर।
'संजय' सितारों से होड़ कर गया है।।
-संजय त्रिपाठी